मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2021 – Ghasyari Kalyan Yojana आवेदन प्रकिया एवं लाभ, Ghasyari Kalyan Yojana Application Form, Uttarakhand Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana Online Apply 2021
आप सभी जानते है कि आज भी उत्तराखंड राज्य की लगभग 70% से भी अधिक आबादी अपनी आजीविका कमाने के लिए कृषि एवं पशुपालन पर निर्भर करती है लेकिन उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में पशुओं के लिए चारा इकठ्ठा करना एक बड़ी समस्या रही है क्योकि अपने पशुओं के लिए चारा जुटाने में पशुपालकों को कई कठिनाइयो का सामना करना पड़ता है एवं समय की भी बर्बादी होती है।
प्रदेश में पशुपालको को आने वाली चारे की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए उत्तराखंड राज्य की सरकार द्वारा 30 अक्टूबर 2021 को उत्तराखंड मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना को शुभारंभ कर दिया गया है। इस योजना के माध्यम से अब राज्य के पशुपालकों को उनके घर पर ही पैकेट बंद चारा उपलब्ध करवाया जाएगा। इससे न केवल महिलाओं के सिर का बोझ कम होगा बल्कि चारे की समस्या खत्म होने से दुध उत्पादन में भी 15-20% की वृद्धि होगी।
आइये दोस्तों आज के इस नये लेख के माध्यम से हम जानने कि कोशिश करते है कि आखिर Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana 2021 क्या है और इस योजना का लाभ लेने के लिए हमे कहा पर आवेदन देना होगा व आवेदन के लिए आपके पास क्या-क्या कागजात होने आवश्यक है तो आइये लेख में आगे बढ़ते है जिससे कि आप योजना के बारे में सबकुछ जानकर इसका लाभ उठा पाए।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2021
इस योजना काे उत्तराखंड के सहकारीता विभाग द्वारा शुरू किया गया है जिसके तहत अब पर्वतीय क्षेत्र मे महिलाओ को चारे की समस्या से छुटकारा दिलाया जाएगा। इसके लिए अब योजना के तहत पशुपालकाे को पशुआहार (साइलेज) की 25-30 किलाेग्राम के किट उपलब्ध करवाए जाएगे। इस साइलेज का निर्माण मक्का के माध्यम से किया जाएगा। इससे पशुपालकों की चारे की समस्या खत्म हो जाएगी तथा उन्हे घण्टों तक चारे के लिए पैदल नही चलना होगा। इस तरह Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana के तहत प्राप्त पौष्टिक चारे के पैकेट के माध्यम से पशुपालक अपने दुग्ध का उत्पादन 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ा पाएगे।
इस योजना के लागू होने से राज्य में पशुपालकों की चारे की समस्या खत्म होगी। इससे महिलाओं के सिर का बोझ कम होगा व उनके समय की भी बचत होगी। इस योजना के तहत अब पशुपालकों को 50% अनुदान (सब्सिडी) पर 2 रू किलो की दर से चारा उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना का एक ओर फायदा यह भी होगा कि इससे पशुओं के दुध उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत वृद्धि होगी। जो कि निश्चित रूप से पशुपालकों की आय बढ़ाने में कारगर साबित होगी।
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UK Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana Brief Points
योजना का पूर्ण नाम | मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना |
आरंभ करने वाला राज्य | उत्तराखंड |
योजना को लॉन्च करने का उद्देश्य | पशुपालकों को चारे की समस्या से छुटकारा देना |
योजना के तहत कौन होगे लाभार्थी | उत्तराखंड राज्य के पशुपालक |
ऑफिशियल वेबसाइट | अभी मौजूद नहीं |
योजना का वर्ष | 2021 |
आवेदन का मोड | — |
उत्तराखंड घस्यारी कल्याण योजना को आरंभ करने के उद्देश्य
दरअसल दोस्तों जैसा कि हम जानते ही है कि राज्य में अधिकतर आबादी कृषि व पशुपालन करके अपनी जीवन यापन करती है। पशुपालन करने के लिए पशुपालकों को चारे के लिए 8-10 घण्टों तक पैदल चलकर चारा जुटाना पड़ता है जिसमें बहुत ज्यादा मेहनत एवं समय लगता है। ऐसे में पशुपालकों को आने वाली चारे की समस्या को खत्म करने के उद्देश्य से उत्तराखंड सरकार ने इस योजना को लॉन्च किया है जिसके माध्यम से अब पशुपालकों को पैकेटों के माध्यम से पौष्टिक चारा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए इन्हे बहुत कम कीमत चुकानी होगी। जिससे न केवल पशुपालकों के श्रम एवं समय की बचत होगी अपितु दुध के उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी। जिसके फलस्वरूप पशुपालकों की आय मे भी बढ़ोतरी होगी।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2021 से पशुपालकों को होने वाले मुख्य लाभ
अगर आप जानना चाहते है कि Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana से पशुपालकों को क्या-क्या लाभ होगे व यह योजना किस तरह से पशुपालकों के जीवन में सुधार करेगी तो नीचे दिए इन बिन्दुओं को ध्यान लगाकर पढे़-
- सर्वप्रथम बता दे कि इस योजना का लाभ केवल उत्तराखडं राज्य के लोगो को ही दिया जाएगा। क्योकि इसे उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा शुरू किया गया है।
- इस योजना के तहत अब उत्तराखंड राज्य के पशुपालकों को घर के दरवाजे पर ही पशुआहार प्रदान किए जाएंगे।
- यानि कि अब से राज्य के पशुपालकों को चारे की खोज में पर्वतीय इलाकों में इधर-उधर पैदल नही भटकना होगा। जिससे उनके श्रम व समय की बचत होगी।
- योजना के तहत पशुपालकाे को पशुआहार (साइलेज) के 25-30 किलो का वैक्यूम पैक्ड बैग प्रदान किए जाएंगे। इस साइलेज का निर्माण मक्का से किया जाएगा।
- घस्यारी कल्याण योजना के तहत पशुपालकों को इस पशुआहार के किट की एवज में मात्र 50 रू का भुगतान होगा जो कि बेहद कम है।
- Uttarakhand Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana के माध्यम से पशुपालकों को 50 प्रतिशत सब्सिडी पर 2 रू प्रति किलो भाव पर चारा उपलब्ध करवाया जाएगा।
- इस योजना के तहत साइलेज को पशुपालको के घर तक पहुचाने के लिए पहले चरण में पौड़ी, रूद्रप्रयाग, अल्मोड़ा तथा चम्पावत में में साइलेज विपणन केन्द्रो का निर्माण किया गया है।
- पशुपालकों को प्राप्त इस पशुआहार (साइलेज) किट के माध्यम से पशुओ के दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
MGKY के तहत लाभ लेने के लिए आवश्यक पात्रता
पशुपालको को इस योजना के तहत कम दरों पर पशुआहार किट प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मानदण्डों को पूरा करना होगा। तभी इस योजना का लाभ लिया जा सकता है जो कि इस प्रकार है-
- इस योजना का लाभ केवल ओर केवल उत्तराखंड राज्य के लोगो को ही दिया जाएगा।
- घस्यारी कल्याण योजना का लाभ लेने के लिए आवेदनकर्त्ता सर्वप्रथम उत्तराखंड राज्य का स्थायी निवासी हो।
- इसके अलावा आवेदन करने वाला व्यक्ति एक पशुपालक होना चाहिए।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना उत्तराखंड के तहत आवश्यक दस्तावेज सूची
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड दस्तावेज
- आयु प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट फोटोग्राफ
- मोबाइल नम्बर
उत्तराखंड मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
ऐसे पशुपालक जो कि सरकार द्वारा लॉन्च की गई इस योजना के तहत चारा पैकेट का लाभ लेना चाहते है तो उन्हे अभी थोड़ा बहुत इन्तजार ओर करना होगा। क्योकि आपको बता दे कि अभी हाल में ही सरकार द्वारा इस महत्वाकांक्षी योजना को लॉन्च किया गया है। अभी तक यह साफ नहीं है कि इस योजना का लाभ कैसे दिया जाएगा। लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन आंरभ किए जाएगे या फिर ऑफलाइन, इन सभी पहलुओं के बारे में आने वाली सभी तरह की अपडेट को पाने के लिए आपसे निवेदन है कि हमारी वेबसाइट को बुकमार्क करके रखे ताकि जैसे ही इस योजना के तहत किसी तरह की जानकारी आएगी तो उसकी सूचना आपको इस लेख में प्राप्त हो जाएगी।
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